IAS (Admin.) Mains Hindi Literature Katha Sahitya-The Origin and Development of Hindi Novels Study Material (Page 3 of 3)

Choose Programs:

🎓 Study Material (757 Notes): 2024-2025 Syllabus

Rs. 800.00 -OR-

3 Year Validity (Multiple Devices)

Topic-wise Notes & SampleDetails

🎯 76 Questions (& PYQs) with Full Explanations (2024-2025 Exam)

Rs. 300.00 -OR-

3 Year Validity (Multiple Devices)

CoverageDetailsSample Explanation

Help me Choose & Register (Watch Video) Already Subscribed?

समकालीन कहानी

Edit

कल्पना और यथार्थ

कल्पना के अनेक अर्थो में एक अर्थ रूप देना भी होता है। कल्पना ही साहित्य को रूपायित करती हैं। वह भाषा के माध्यम से यथार्थ का चित्रांकन करती है। महत्तर कल्पनात्मक कृतियों में उसके विकास के तीन परस्पर संबंद्ध स्तर हैं-

  • यथार्थ के किसी नये आयाम का उद्घाटन।
  • विभिन स्थितियों तथा पात्रों का निर्माण।
  • बिम्ब निर्माण तथा मूर्ति विधान।

कल्पना यथार्थ को संवारती है और उसमें नये रंग भरकर उसे आदर्शोनमुखी बनाती है अत: सत्‌ साहित्य के निर्माण में उसकी भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता। कल्पना यथार्थ को सुगम्य तथा सुरम्य, सुन्दर रू…

… (1742 more words) …

Subscribe (by clicking here) to view full notes and track progress.

हिन्दी कहानी में जयशंकर प्रसाद

Edit

प्रसाद जी ने आकांक्षा और तृप्ति के व्यवहारिक स्वरूप को स्वीकार कर उसके समन्वय की योजना की हैं-

हम भूख प्यास से जाग उठे ,

आकांक्षा तृप्ति समन्वय में

रति काम बने उसे रचना में

जो जा रही…

… (392 more words) …

Subscribe (by clicking here) to view full notes and track progress.