IAS (Admin.) Mains Hindi Literature History of Hindi Literature-Literary Trends of the Following Four Periods of History of Hindi Literature Study Material (Page 12 of 178)

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बाबू शिवप्रसाद सितारे

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  • सन्‌ 1836 के बाद प्रभुवर्ग अधिक चतुर हो गया और नई अदालती भाषा के आधार पर हमारी एकता पर गहरा प्रहार किया। आचार्य रामचंद्र शुक्ल के शब्दों में तासी ने भी फ्रांस में बैठे-बैठे इस आंदोलन में योगदान दिया। बाबू शिवप्रसाद सितारे हिन्द ने इस कूटनीतिक कार्यवाही को समझा और उन्होंने स्पष्ट कहा कि “दिल्ली के मुसलमान बादशाहों ने भाषा के संबंध में जो कुछ सोचा भी नहीं था, वह अंग्रेजी के साथ-साथ फारसी लिपि में उर्दू को, जो एक दूसरी विदेशी भाषा है, लाद रही है। हिन्दी को अन्य भाषाओं बांगला, मराठी, गुजराती -से अलग करके उसके विकास को बाधित किया जा रहा है। मेरी प्रार्थना है कि फारसी अक्षरों को हटाकर उसके स्थान पर हिन्दी को जारी करना चाहिए।”
  • सितारे ने भेदभाव का विरोध करते हुए…

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हेनरी पिंकाट

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राजा साब की इस नीति से चिढ़कर हेनरी पिंकाट ने भारतेन्दु बाबू के नाम एक पत्र में लिखा था- ‘कि बीस वर्ष हुए उसने सोचा कि अंग्रेजी साहबों को कैसी-कैसी बातें अच्छी लगती हैं। उन बातों का प्रचलित करना परम चतुर लोगो…

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