CTET (Central Teacher Eligibility Test) Paper-II Hindi: Questions 140 - 145 of 1991
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Question 140
Question MCQ▾
भाषा हमारे परिवेश में बिखरी मिलती है। यह कथन किस पर लागू नहीं होता?
Choices
Choice (4) | Response | |
---|---|---|
a. | साइनबोर्ड | |
b. | विज्ञान | |
c. | अखबार | |
d. | भाषा प्रयोगशाला |
Passage
साहित्य को समाज का प्रतिबिम्ब माना गया है अर्थात् समाज का पूर्ण रूप साहित्य में प्रतिबिम्बित होता रहता है। अनादि काल से साहित्य अपने इसी धर्म का पूर्ण निर्वाह करता चला आ रहा है। वह समाज के विभिन्न रूपों का चित्रण कर एक तरफ तो हमारे सामने समाज का यथार्थ चित्र प्रस्तुत करता है और दूसरी ओर अपनी प्रखर मेधा और स्वस्थ कल्पना दव्ारा समाज के विभिन्न पहलुओं का विवेचन करता हुआ यह भी बताता है कि मानव समाज की सुख समृद्धि, सुरक्षा और विकास के लिए कौनसा मार्ग उपादेय है। एक आलोचक के शब्दों में - “कवि वास्तव में समाज की व्यवस्था, वातावरण, धर्म-कर्म, रीति-नीति तथा सामाजिक शिष्टाचार या लोक व्यवहार से ही अपने काव्य के उपकरण चुनता है और उनका प्रतिपादन अपने आदर्शों के अनुरूप करता है। साहित्यकार उसी समाज का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वह जन्म लेता है। वह अपनी समस्याओं का सुलझाव, अपने आदर्श की स्थापना अपने समाज के आदर्शों के अनुरूप ही करता है। अत: यह कहना सर्वथा असम्भव और अविवेकपूर्ण है कि साहित्यकार समाज से पूर्णत: निरपेक्ष या तटस्थ रहकर साहित्य सृजन करता है। वाल्मीकि, तुलसी, सूर, भारतेन्दु, प्रेमचन्द आदि का साहित्य इस बात का सर्वाधिक सशक्त प्रमाण है कि साहित्यकार समाज से घनिष्ट रूप से सम्बद्ध रखता हुआ ही साहित्य सृजन करता है। समाज की अवहेलना करने वाला साहित्य क्षणजीवी होता है।”
मानव का कला या साहित्य सृजन के प्रति उन्मुख होना उसके इन्द्रिय बोध का परिणाम रहा है। रूप, रस, ग्रन्थ, स्पर्श आदि के इन्द्रियबोध मानव और पशु दोनों में ही विद्यमान हैं, परन्तु मानव में पशु की अपेक्षा अधिक मात्रा में। मानव में एक विशिष्ट गुण और विवेक है। विवेक दव्ारा उसने सामाजिक जीवन का विकास और अपने इन्द्रियबोध का परिष्कार किया है। समाज व्यवस्था बदलने के साथ मनुष्य का इन्द्रियबोध विचार और भावों की अपेक्षा स्थायी रहता है। भाव और विचार दोनों ही साहित्य के मूलाधार है और इनका उद्गम और परिष्कार सामाजिक परिवेश में ही सम्भव होता है, समाज से कटकर निरपेक्ष रहने पर नहीं।
Question 141 (1 of 9 Based on Passage)
Question MCQ▾
अनादिकाल से साहित्य अपने किस धर्म का निर्वहन करता आ रहा है?
Choices
Choice (4) | Response | |
---|---|---|
a. | निर्धन लोगों की सहायता करना | |
b. | समाज के पूर्ण रूप को प्रतिबिम्बित करने का | |
c. | अपने प्रभुत्व बनाए रखने का | |
d. | यूएनडीपी से सहयोग लेना |
Question 142 (2 of 9 Based on Passage)
Question MCQ▾
साहित्य हमें क्या बताता है?
Choices
Choice (4) | Response | |
---|---|---|
a. | मानव समाज की सुख समृद्धि, सुरक्षा और विकास के लिए कौनसा मार्ग उपादेय है | |
b. | सामाजिक वर्चस्व करने के लिए क्या करना चाहिए | |
c. | समाज व्यवस्था को बदलते रहना चाहिए | |
d. | None of the above |
Question 143 (3 of 9 Based on Passage)
Question MCQ▾
मानव में इन्द्रियबोध का परिणाम है
Choices
Choice (4) | Response | |
---|---|---|
a. | साहित्य सृजन | |
b. | कला सृजन | |
c. | Both a. and b. are correct | |
d. | None of the above |
Question 144 (4 of 9 Based on Passage)
Question MCQ▾
साहित्यकार किस समाज का प्रतिनिधित्व करता है?
Choices
Choice (4) | Response | |
---|---|---|
a. | जिस समाज की वह अवहेलना करता है | |
b. | जिस समाज के बारे में वह लिखना चाहता है | |
c. | जिस समाज में वह जन्म लेता है | |
d. | All of the above |
Question 145 (5 of 9 Based on Passage)
Question MCQ▾
कवि अपने काव्य के उपकरण कहाँ से चुनता है?
Choices
Choice (4) | Response | |
---|---|---|
a. | धर्म-कर्म | |
b. | लोक व्यवहार | |
c. | रीति-नीति | |
d. | All a., b. and c. are correct |