क्षितिज(Kshitij-Textbook)-Additional Questions [CBSE (Central Board of Secondary Education) Class-10 (Term 1 & 2 MCQ) Hindi]: Questions 1297 - 1307 of 1621
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Question 1297
Write in Short Short Answer▾
नागार्जुन जी दव्ारा रचित उन्होंने अपनी कविताओं में किस का चित्रांकन किया है?
EditQuestion 1298
Explanation
बचपन दुखों में व्यतीत होने के कारण ही उनके काव्य में पीड़ा का अधिक महत्व है।
क्योंकि-कवि के जीवन में अपार दुख होने से वह किसी न किसी माध्यम से उसे व्यक्त अवश्य करता हैं।
“प्रख्यात कवि नागार्जुन जी के हृदय में शोषित व दलित वर्ग के प्रति अपार संवेदना देखने को मिलती है। उन्होंने अपनी कविताओं में पीड़ित व त्रस्त व्यक्तियों के प्रति अद्धितीय सहानुभूति प्र…
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Passage
सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
Question 1299 (1 of 40 Based on Passage)
Describe in Detail Subjective▾
″ महात्मा कबीर के बाद हिन्दी साहित्य जगत में यदि कोई फक्कड़ एवं निर्भीक कवि पैदा हुआ तो, वह महाकवि कौन थे?
EditExplanation
″ महात्मा कबीर के बाद हिन्दी साहित्य जगत में यदि कोई फक्कड़ एवं निर्भीक कवि पैदा हुआ तो, वह महाकवि निराला ही थे।
क्योंकि-हिंदी साहित्य को आगे बढ़ाने के लिए कोई न कोई महापुरूष आते ही रहेे है।
“महात्मा कबीर के बाद हिन्दी साहित्य जगत में यदि कोई फक्कड़ एवं निर्भीक कवि पैदा हुआ तो, वह महाकवि निराला ही थे। जिनके काव्यों में सुफियों का सादापन सूर-तुलसी की …
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Question 1300 (2 of 40 Based on Passage)
Describe in Detail Subjective▾
किनके काव्यों में सुफियों का सादापन सूर-तुलसी की समन्वय प्रतिभा और प्रसाद की सौंदर्य चेतना सम्पूर्ण रूप से साकार हो उठी है?
EditExplanation
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी के काव्यों में सुफियों का सादापन सूर-तुलसी की समन्वय प्रतिभा और प्रसाद की सौंदर्य चेतना सम्पूर्ण रूप से साकार हो उठी है।
क्योंकि-कोई कोई कवि पहले वाले कवियों की इच्छाओं की पूर्ति करते थे।
“महात्मा कबीर के बाद हिन्दी साहित्य जगत में यदि कोई फक्कड़ एवं निर्भीक कवि पैदा हुआ तो, वह महाकवि निराला ही थे। जिनके काव्यों में सुफिय…
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Question 1301 (3 of 40 Based on Passage)
Describe in Detail Subjective▾
मुक्त छंद के कौनसे प्रवर्तक हिन्दी के सर्वोच्च कवियों में समाहित हैं।
EditExplanation
मुक्त छंद के प्रवर्तक सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ हिन्दी के सर्वोच्च कवियों में समाहित हैं।
क्योंकि-निराला जी ने भी हिंदी की कविताओं को बनाए रखने में अपना योगदान दिया है।
“महात्मा कबीर के बाद हिन्दी साहित्य जगत में यदि कोई फक्कड़ एवं निर्भीक कवि पैदा हुआ तो, वह महाकवि निराला ही थे। जिनके काव्यों में सुफियों का सादापन सूर-तुलसी की समन्वय प्रतिभा और प्…
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Question 1302 (4 of 40 Based on Passage)
Explanation
वे छायावादी काव्यधारा के चार स्तंभों में से एक है।
क्योंकि-कवि निराला छायावादी काव्यधारा के दृढ़ कवि हैं
“महात्मा कबीर के बाद हिन्दी साहित्य जगत में यदि कोई फक्कड़ एवं निर्भीक कवि पैदा हुआ तो, वह महाकवि निराला ही थे। जिनके काव्यों में सुफियों का सादापन सूर-तुलसी की समन्वय प्रतिभा और प्रसाद की सौंदर्य चेतना सम्पूर्ण रूप से साकार हो उठी है।”
जीवन-परिचय-…
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Question 1303 (5 of 40 Based on Passage)
Explanation
निराला जी ने हिन्दी साहित्य को अपनी महान् कृतियों से अत्यंत समृद्ध किया।
क्योंकि-ताकि हिंदी साहित्य का ओर अधिक विस्तार हो सके। आने वाले लाेेगों को इन कृतियों से ज्ञान प्राप्त हो सके।
समस्या-बीच की।
“महात्मा कबीर के बाद हिन्दी साहित्य जगत में यदि कोई फक्कड़ एवं निर्भीक कवि पैदा हुआ तो, वह महाकवि निराला ही थे। जिनके काव्यों में सुफियों का सादापन सूर-तु…
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Question 1304 (6 of 40 Based on Passage)
Describe in Detail Subjective▾
निराला जी दव्ारा रचित आधुनिक हिन्दी कविता को उन्होंने कौनसी दिशा प्रदान की?
EditExplanation
निराला जी दव्ारा रचित उन्होंने आधुनिक हिन्दी कविता को एक नई दिशा प्रदान की।
क्योंकि-ताकि इन कविताओं का ओर अधिक विस्तार हो सके।
“महात्मा कबीर के बाद हिन्दी साहित्य जगत में यदि कोई फक्कड़ एवं निर्भीक कवि पैदा हुआ तो, वह महाकवि निराला ही थे। जिनके काव्यों में सुफियों का सादापन सूर-तुलसी की समन्वय प्रतिभा और प्रसाद की सौंदर्य चेतना सम्पूर्ण रूप से साकार …
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Question 1305 (7 of 40 Based on Passage)
Explanation
निराला जी का जन्म पश्चिमी बंगाल के मेदिनीपूर जिले की महिषादल रियासत में सन् 1899 में हुआ था।
क्योंकि-इस धरती पर हर व्यक्ति का जन्म ईश्वर के अनुसार निश्चत होता है।
“महात्मा कबीर के बाद हिन्दी साहित्य जगत में यदि कोई फक्कड़ एवं निर्भीक कवि पैदा हुआ तो, वह महाकवि निराला ही थे। जिनके काव्यों में सुफियों का सादापन सूर-तुलसी की समन्वय प्रतिभा और प्रसाद की…
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Question 1306 (8 of 40 Based on Passage)
Explanation
उनके पिता पंडित रामसहाय त्रिपाठी था।
क्योंकि-हर बच्चे के पिता का नाम कुछ न कुछ कुंडली के हिसाब से जरूर होता है।
“महात्मा कबीर के बाद हिन्दी साहित्य जगत में यदि कोई फक्कड़ एवं निर्भीक कवि पैदा हुआ तो, वह महाकवि निराला ही थे। जिनके काव्यों में सुफियों का सादापन सूर-तुलसी की समन्वय प्रतिभा और प्रसाद की सौंदर्य चेतना सम्पूर्ण रूप से साकार हो उठी है।”
जीवन…
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Question 1307 (9 of 40 Based on Passage)
Describe in Detail Subjective▾
निराला जी के पिता पंडित रामसहाय त्रिपाठी महिषादल में किस पद पर कार्यरत थे।
EditExplanation
उनके पिता पंडित रामसहाय त्रिपाठी महिषादल में एक प्रतिष्ठित पद पर कार्यरत थे।
क्योंकि-उनके पिता उस पद के लिए एक योग्य व्यक्ति थे।
“महात्मा कबीर के बाद हिन्दी साहित्य जगत में यदि कोई फक्कड़ एवं निर्भीक कवि पैदा हुआ तो, वह महाकवि निराला ही थे। जिनके काव्यों में सुफियों का सादापन सूर-तुलसी की समन्वय प्रतिभा और प्रसाद की सौंदर्य चेतना सम्पूर्ण रूप से साका…
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