क्षितिज(Kshitij-Textbook) [CBSE (Central Board of Secondary Education) Class-10 (Term 1 & 2 MCQ) Hindi]: Questions 160 - 170 of 1777
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Question 160
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गुरु नर हरि दास से तुलसीदास जी ने कौनसा ज्ञान प्राप्त करके वे किस कार्य में लग गए?
EditQuestion 161
Passage
कन्यादान
(1)
कितना प्रामाणिक था उसका दुख
लड़की को दान में देते वक्त
जैसे वही उसकी अंतिम पूंजी हो
(2)
लड़की अभी सयानी नहीं थी
अभी इतनी भोली सरल थी
कि उसे सुख का आभास तो होता था
लेकिन दुख बांचना नहीं आता था
पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की
कुछ तुकों और कुछ लयबद्ध पंक्तियों की
(3)
मां ने कहा पानी में झांककर
अपने चेहरे पर मत रीझना
आग रोटियां सेंकने के लिए है
जलने के लिए नहीं
वस्त्र और आभूषण शाब्दिक भ्रमों की तरह
बंधन हैं स्त्री जीवन के
(4)
मां ने कहा लड़की होना
पर लड़की जैसी दिखाई मत देना।
Question 162 (1 of 7 Based on Passage)
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आपके विचार से मां ने ऐसा क्यों कहा कि लड़की होने पर लड़की जैसी मत दिखाई देना?
EditQuestion 163 (2 of 7 Based on Passage)
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प्रश्न ‘आग रोटियाँं सेकने के लिए है जलने के लिए’
इन पंक्तियों में समाज में स्त्री की किस स्थिति की ओर संकेत किया गया है।
EditQuestion 164 (3 of 7 Based on Passage)
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प्रश्न ‘आग रोटियाँं सेकने के लिए है जलने के लिए’
मां ने बेटी को सचेत करना क्यों जरूरी समझा?
EditQuestion 165 (4 of 7 Based on Passage)
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पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की, कुछ तुकों और कुछ लयबद्ध पंक्तियों की ′
इन पंक्तियों को पढ़कर लड़की की जो छवि आपके सामने उभरकर आ रही है, उसे स्पष्ट कीजिए।
EditQuestion 166 (5 of 7 Based on Passage)
Question 167 (6 of 7 Based on Passage)
Question 168 (7 of 7 Based on Passage)
Passage
संगतकार
(1)
मुख्य गायक के चट्टान जैसे भारी स्वर का साथ देती
वह आवाज सुंदर कमज़ोर कांपती हुई थी
वह मुख्य गायका का छोटा भाई है
या उसका शिष्य
या पैदल चलकर सीखने आने वाले दूर कोई रिश्तेदार
मुख्य गायक की गरज़ में
वह अपनी गूंज मिलाता आया है प्राचीन काल से
गायक जब अंतरे की जटिल तानों के जंगल में
खो चुका होता है
या अपने ही सरगम को लांघकर
चला जाता है भटकता हुआ एक अनहद में
तब संगतकार ही स्थायी को संभाले रहता है
जैसे समेटता हो मुख्य गाायक का पीछे छूटा
हुआ सामान
जैसे उसे याद दिलाता हो उसका बचपन
जब वह नौसिखिया था
Question 169 (1 of 8 Based on Passage)
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प्रस्तुत पद्यांश किस कवि के द्वारा रचित कविता ‘संगतकार’ से अवतरित है?
EditQuestion 170 (2 of 8 Based on Passage)
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प्रस्तुत पद्यांश कवि मंगलेश डबराल द्वारा रचित कविता ′ संगतकार में कवि ने किसके महत्त्व को समझाया है?
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