CBSE (Central Board of Secondary Education) Class-10 (Term 1 & 2 MCQ) Hindi: Questions 1992 - 2003 of 2295

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Passage

सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’

Question 1992 (40 of 40 Based on Passage)

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कवि निराला जी ने अपने काव्यों में किस शब्दावली का प्रयोग किया है?

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Question 1993

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जयशंकर प्रसाद जी के कितने विवाह हुए थे?

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Explanation

जयशंकर प्रसाद जी के तीन विवाह हुए थे।

क्योंकि-पहले जमाने में राजा महाराजाओं के भी अनगिनत विवाह होते है।

“छायावाद के श्रेष्ठ कवि जयशंकर प्रसाद एक ऐसे विलक्षण एवं विराट व्यक्तित्व को लेकर अवतरित हुए थे, जिसमें विभिन्न प्रकार की साहित्यिक प्रतिभाएँ समिश्रित व विद्यमान थीं। जो कि युग-युग से चली आ रही प्राचीन धारा को एक नवीन मोड़ देने में समर्थ सिद्ध हुई।…

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Question 1994

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नागार्जुन जी दव्ारा रचित उनकी काव्य रचनाएँ कौन-कौन सी हैं?

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Explanation

नागार्जुन जी दव्ारा रचित उनकी काव्य रचनाएँ निम्न है-

-युगधारा, प्यासी पथराई आँखे, सतरंगे पंखों वाली, तालाब की मछलियाँ, प्यासी परछाई, हज़ार-हज़ार बाँहो वाली, तुमने कहा था, खून और शोले, पुरानी जूतियों का कोरस, चना और गर्म है।

क्योंकि…

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Question 1995

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जयशंकर प्रसाद जी ने अपनी रचनाओं को किस बोली में लिखना आरम्भ किया?

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Explanation

उन्होंने अपनी रचनाओं को खड़ी बोली में लिखना आरम्भ किया।

क्योंकि-कवि को शुरूआत में ब्रज भाषा के बाद खड़ी बोली सरल लगी।

भाषा शैली- जयशंकर प्रसाद की रचनाएँ मौलिक व तीव्र अनुभूतियों से युक्त हैं। उनकी आरम्भिक कविताएँ ब्र्रज भाषा में थीं और उसके बाद उन्होंने खड़ी बोली में लिखना आरम्भ किया। प्रसाद जी की भाषा निरन्तर विषयों के अनुसार परिवतर्तित होती रही है।…

… (795 more words) …

Question 1996

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जयशंकर प्रसाद जी की विशेष रुचि किस कार्य में है?

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Explanation

उनकी विशेष रूचियों में कसरत करना और घुड़सवारी करना थीं।

क्योंकि-हर इंसान की पसंद अलग-अलग होती है।

“छायावाद के श्रेष्ठ कवि जयशंकर प्रसाद एक ऐसे विलक्षण एवं विराट व्यक्तित्व को लेकर अवतरित हुए थे, जिसमें विभिन्न प्रकार की साहित्यिक प्रतिभाएँ समिश्रित व विद्यमान थीं। जो कि युग-युग से चली आ रही प्राचीन धारा को एक नवीन मोड़ देने में समर्थ सिद्ध हुई।”

जीवन-…

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Question 1997

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कवि दव्ारा रचित रचनाओं में उन्होंने किन शब्दों को उदारता से अपनाया हैं?

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Question 1998

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किस सन्‌ में विदेश से लौटने के बाद उन्होंने क्या कार्य किया?

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Explanation

सन्‌ 1938 में भारत लौटकर वे स्वतंत्रता की लड़ाई में कूद पड़े।

क्योंकि-कभी-कभी व्यक्ति की अन्य बातों में भी रूचि होती है।

“प्रख्यात कवि नागार्जुन जी के हृदय में शोषित व दलित वर्ग के प्रति अपार संवेदना देखने को मिलती है। उन्होंने अपनी कविताओं में पीड़ित व त्रस्त व्यक्तियों के प्रति अद्धितीय सहानुभूति प्रदर्शित किया है। साथ ही अन्याय के विरुद्ध आवाज उठा…

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Question 1999

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जयशंकर प्रसाद जी दव्ारा रचित नाटक और कविता के क्षेत्र की तरह ही उन्होंने किस क्षेत्र में भी युगान्तर उपस्थित किया?

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Explanation

उनके दव्ारा रचित नाटक और कविता के क्षेत्र की तरह ही कहानी क्षेत्र में भी युगान्तर उपस्थित किया।

क्योंकि-उनके दव्ारा रचित कहानियाँ भी बहुत अच्छी हैं।

काव्यगत…

… (706 more words) …

Question 2000

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नागार्जुन दव्ारा रचित उन्होंने अपने काव्यों में किस बात की प्रेरणा दी है?

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Explanation

उन्होंने अपने काव्य में अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने की भी प्रेरणा दी है।

क्योंकि-ताकि समाज में थोड़ा अन्याय कम हो सके।

“प्रख्यात कवि नागार्जुन जी के हृदय में शोषित व दलित वर्ग के प्रति अपार संवेदना देखने को मिलती है। उन्होंने अपनी कविताओं में पीड़ित व त्रस्त व्यक्तियों के प्रति अद्धितीय सहानुभूति प्रदर्शित किया है। साथ ही अन्याय के विरुद्ध आवाज उठान…

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Question 2001

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जयशंकर प्रसाद जी की भाषा में प्रधान विशेषता क्या रही है?

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Explanation

भावमयता उनकी भाषा की प्रधान विशेषता रही है।

क्योंकि-ताकि कवि की भाषा ओर अधिक दृढ़ बन सके।

भाषा शैली- जयशंकर प्रसाद की रचनाएँ मौलिक व तीव्र अनुभूतियों से युक्त हैं। उनकी आरम…

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Question 2002

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जयशंकर प्रसाद जी के कठोर परिश्रम करने के कारण उन्हें कौनसा रोग हो गया?

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Explanation

कठोर परिश्रम करने के कारण उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया और वे तपेदिक के रोगी बन गए।

क्योंकि-हद से ज्यादा काम करने से कोई भी व्यक्ति बीमार हो जाएगा।

“छायावाद के श्रेष्ठ कवि जयशंकर प्रसाद एक ऐसे विलक्षण एवं विराट व्यक्तित्व को लेकर अवतरित हुए थे, जिसमें विभिन्न प्रकार की साहित्यिक प्रतिभाएँ समिश्रित व विद्यमान थीं। जो कि युग-युग से चली आ रही प्राचीन धारा को…

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Question 2003

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कवि नागार्जुन जी किस व्यक्ति से प्रभावित हुए?

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Explanation

कवि नागार्जुन जी महात्मा बुद्ध नामक व्यक्ति से प्रभावित हुए थे।

क्योंकि-ताकि कवि अपनी मंजिल तक सही तरह से पहुंच सके।

“प्रख्यात कवि नागार्जुन जी के हृदय में शोषित व दलित वर्ग के प्रति अपार संवेदना देखने को मिलती है। उन्होंने अपनी कविताओं में पीड़ित व त्रस्त व्यक्तियों के प्रति अद्धितीय सहानुभूति प्रदर्शित किया है। साथ ही अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने क…

… (1377 more words) …